प्रयागराज न्यूज डेस्क: प्रयागराज में कुंभ मेला 2025 की तैयारियों के तहत शहर में बड़े पैमाने पर बदलाव किए जा रहे हैं। विशेष रूप से, संगम नगरी को एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बन रहा 16 किलोमीटर लंबा वीवीआईपी कॉरिडोर लगभग तैयार हो चुका है, जिसकी लागत 550 करोड़ रुपये है। इस कॉरिडोर को बनाने का उद्देश्य न केवल यातायात को सुगम बनाना है, बल्कि शहर की सुंदरता को भी बढ़ाना है।
यह वीवीआईपी कॉरिडोर संगम से लेकर प्रयागराज एयरपोर्ट तक जाता है और इसे कुंभ मेला के आगंतुकों के लिए एक प्रमुख मार्ग के रूप में तैयार किया जा रहा है। इस मार्ग पर कई प्रमुख चौराहों पर नटराज, नंदी और ऋषि-मुनियों की सुंदर कलाकृतियां स्थापित की गई हैं, जो इस मार्ग को और भी आकर्षक बनाती हैं।
प्रयागराज एयरपोर्ट से आधे किलोमीटर आगे 84 विशेष स्तंभ लगाए गए हैं, जो सनातन परंपरा में विश्वास के अनुसार 84 लाख योनियों के प्रतीक हैं। इन स्तंभों पर भगवान शिव के सहस्त्र नाम भी अंकित किए गए हैं, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इस स्थान पर धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए इन संरचनाओं को बहुत खास तरीके से डिजाइन किया गया है।
इस मार्ग पर लगाए गए पौधे और फूलों के पौधे इस कॉरिडोर को और भी सुंदर बनाते हैं, और आसपास के इलाके में हरियाली की वृद्धि होती है। इस वीवीआईपी कॉरिडोर से जुड़ी सड़कों को न केवल यातायात के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी लाभकारी साबित हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले इस सड़क पर सन्नाटा और डर का माहौल रहता था, लेकिन एयरपोर्ट से जुड़ने के बाद इस मार्ग का महत्व बढ़ गया है। अब यहां की सड़कों का स्वरूप पूरी तरह बदल चुका है और यह एक प्रमुख यातायात मार्ग बन चुका है। इस बदलाव ने शहर के समग्र सौंदर्य को भी बढ़ाया है और लोगों को आवागमन में भी काफी सुविधा मिली है।